My Loneliness | मेरी तनहाईयाॅं

हर एक की जिंदगी में वो दौर जरूर आता हैं, जब "तनहाईयाॅं" ही जिंदगी बन जाती हैं |


दुनियाने जब ठुकराया था |
तनहाईयोंने अपनाया था |

छोडना चाहा था इनका साथ |
कंबखत दूनियाने कुछ और ही चाहा था |

तनहाईयों के बीच कुछ इस कदर खडा था |
इन्हें ही अपना समझने लगा था |

आखिर क्यू ना समझता ?
साथ सिर्फ इनका ही तो पाया था |

गीर रहा था, संभल रहा था |
इंन्ही की बदौलत जी रहा था |

हर नया दिन ढल रहा था |
जीते जीते मैं मर रहा था |

फिर एक दिन बहार आयी |
किसिने जिनेकी उम्मीद जगायी |

तब तनहाई खुद ही चली गयी |
देखकर ये, दुनिया भी मुस्कुराई |

जिंदगी अब ऐसे मोडपर आयी |
भुल गया मैं पुरानी तनहाई |

उम्मीदें बनी हैं हमसफर |
जिंदगी का ये अनोखा सफर |

- सचिन काळोजी.
क्लिक करे- तुझ्याविना !
क्लिक करे- World Cup Covid - 19

If you like the contents shared over here, plz subscribe my Blog. 


 

Comments

Post a Comment